नया साल मनाने की शुरुआत कब हुई थी

 नव वर्ष जश्न कि शुरुआत....

संसार में नए साल का त्यौहार लोग अपने अपने तरीके से मनाते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं ?की नव वर्ष के  जश्न  की शुरुआत कब और कैसे हुई? इस के संदर्भ में कुछ बातें प्रचलित है. जो मैं आपको यहां बताऊंगा. तो आइए जानते हैं नववर्ष की शुरुआत कब हुई थी!

।आप सभी को नव वर्ष 2021 की ढेर सारी शुभकामनाएं my experience की तरफ से।



प्रचलन: ऐसा माना जाता है नववर्ष की शुरुआत आज से लगभग 4000 वर्ष पहले बेबीलोन नामक स्थान पर हुई थी! 1 जनवरी को मनाए जानेेे वाला नव वर्ष दरअसल ग्रेगोरियन कैलेंडर पर आधारित है इसकी शुरुआत रोमन कैलेंडर सेेे हुई है!
रोमन कैलेंडर का नया साल 1 मार्च से शुरू होता था। लेकिन रोमन के प्रसिद्ध सम्राट जूलियस सीजर में 46 वर्ष ईसा पूर्व में इस कैलेंडर में परिवर्तन किया था इसमें उन्होंने जुलाई का महीना और उसके बाद अपने भतीजे के नाम पर अगस्त का महीना जोड़ दिया था। और तब से लेकर आज तक दुनिया भर में नव वर्ष 1 जनवरी को मनाया जाता है।

(भारतीय पंचांग के अनुसार 31 दिसंबर 2020 रात्रि 12:00 बजे के बाद वर्ष 2021 का आरंभ होगा इस दिन मार्गशीर्ष मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीय तिथि है. इस दिन चंद्रमा मिथुन राशि और सूर्य धनु राशि में विराजमान रहेगी. विशेष बात यह है कि नव वर्ष 2021 का आरंभ गुरु पुष्य महायोग होगा

"भारत का नव वर्ष:

विभिन्न देशों में अपने देश की संस्कृति के अनुसार भी नववर्ष मनाया जाता है। और वैसे ही भारत में भी हिंदी नववर्ष मनाया जाता है। भारत में भिन्न-भिन्न जाति व धर्म के लोग रहते हैं। इसलिए कुछ धर्मों का कैलेंडर भी अलग होता है और वह अपने स्तर पर नव वर्ष मनाता है। हिंदू धर्म के अनुसार नववर्ष का पहला दिन चैत्र माह की शुक्ल प्रतिपदा तिथि से आरंभ होता है। हिंदू धर्म में मान्यता है इस दिन भगवान श्री ब्रह्मा ने सृष्टि की रचना की थी  माना जाता है कि.....

इस दिन ग्रहो और नक्षत्रों में परिवर्तन होता है इस बार हिंदी नववर्ष की शुरुआत 14 अप्रैल 2021 दिन बुधवार को हिंदू नव वर्ष की शुरुआत होगी।

कैसे मनाएं नया साल.

वैसे तो दुनिया में पुराने साल को अलविदा व नए साल का स्वागत करते हुए लोग आतिशबाजी करते हैं। अमेरिका ग्रेट ब्रिटेन जैसे अमीर देशों में यह त्यौहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। लेकिन हमारे देश भारत में यह भिन्न-भन्न तरीकों से मनाया जाता है। कुछ लोग नववर्ष का सिर्फ जश्न मनाते हैं लेकिन कुछ लोग इस दिन दिल खोलकर दान धर्म करते हैं। उनका मानना होता है ईस दिन दान करने से हमारा पूरा साल सुख समृद्धि से गुजरेगा! वहीं पर कुछ नास्तिक लोग नव वर्ष को सिर्फ औपचारिकता ही मानते हैं! उनका मानना है कि सिर्फ दिनांक बदली है और कुछ नहीं! हम कैसे मनाए नया साल ?

नए साल के दिन क्या करें

!दिसंबर का आखरी दिन !वर्ष का आखरी दिन होता है! हमने पूरे वर्ष यानी 364 दिनों में दान पुण्य किया या नहीं किया यह तो आप अपना जानते हैं और मैं मेरा जानता हूं! लेकिन दिसंबर के आखिरी दिन आप को दान पुण्य करके अपने आप को संतुष्ट कर लेना चाहिए कि हां मैंने इस साल अपने हाथ से दान पुन्य  किया है! जिसके आत्मा रूपी गंगा में दया की लहरें उठती है! वास्तव में दिसंबर का आखरी दिन उनके लिए विशेष है! इस दिन. आप दीन .हीन .भूखे. भिखारी .बेसहारा. लोगों की सहायता कीजिए! यकीन मानिए आने वाली पूरे साल आपको अपने आप पर गर्व होगा कि मैंने अपने नववर्ष की शुरुआत अपने धर्म के सहारे अपने सच्चे कर्म की बुनियाद पर की थी! और भारत की तो यही परंपरा रही है!

जो मनुष्य नए साल की शुरुआत"निम्न प्रकार करेगा उसका आने वाला पूरा साल अवश्य ही सुखमय व्यतीत होगा!

१भुके बेजुबान बेसहारा पशु पक्षियों को खाना खिलाना!
किसी गरीब की सहायता करना!
३ इस दिन एक पेड़ लगाना!
४ मन को शांत व मुस्कुराते रहना!
५ कुछ समय निकालकर ईश्वर का धन्यवाद करना!
६ अगर हो सके तो नव वर्ष अनाथ बच्चों के साथ मनाना! 
७ गौशाला में दान करना!
८ माता पिता के पैर छूकर आशीर्वाद लेना!
९ सार्वजनिक स्थानों पर साफ सफाई करना या करवाना!
(हमारी तरफ से नव वर्ष 2021 की आप सभी आपके परिवार को बहुत-बहुत हार्दिक शुभकामनाएं)


2021 के  त्योहार(जनवरी) नया साल.

1 जनवरी नव वर्ष उत्सव
13. जनवरी लोहड़ी
14. जनवरी पोंगल व मकर सक्रांति
20 जनवरी गुरु गोविंद सिंह जयंती
26 जनवरी गणतंत्र दिवस

फरवरी....

16 फरवरी वसंत पंचमी

19 फरवरी शिवाजी जयंती

26 फरवरी हजरत अली जन्मदिन

27 फरवरी गुरु रविदास जयंती

मार्च....

8 मार्च महर्षि दयानंद सरस्वती जयंती

11 मार्च महाशिवरात्रि

28 मार्च होलिका दहन

29 मार्च होली

अप्रैल....

2 अप्रैल गुड फ्राइडे

4 अप्रैल सैटरडे 

14 अप्रैल   मेसाडि . बैसाखी. अंबेडकर जयंती

21 अप्रैल रामनवमी

25 अप्रैल महावीर जयंती

मई.....

7 मई जमात उल विदा

9 मई रविंद्र नाथ टैगोर अवतार दिवस

14 मई रमजान ईद

26 मई बुध पुर्णिमा

जुलाई....

12 जुलाई रथ यात्रा

21 जुलाई बकरीद ईद उल अध्हा 

अगस्त....

15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस

16 अगस्त पारसी नववर्ष

19 अगस्त मोहर्रम

21 अगस्त ओणम 

22 अगस्त रक्षाबंधन

30 अगस्त जन्माष्टमी

सितंबर....

10 सितंबर गणेश चतुर्थी

अक्टूबर....

2 अक्टूबर महात्मा गांधी जयंती

12 अक्टूबर महा सप्तमी

13 अक्टूबर महा अष्टमी

14 अक्टूबर महानवमी

15 अक्टूबर दशहरा

19 अक्टूबर ईद

20 अक्टूबर महर्षि वाल्मीकि जयंती

24 अक्टूबर करवा चौथ

नवंबर....

4 नंबर दिवाली (दीपावली)

5 नवंबर गोवर्धन पूजा

6 नवंबर भाई दूज 

10 नवंबर छठ पूजा

11 नवंबर गुरु नानक जयंती

24 नवंबर गुरु तेग बहादुर अवतार दिवस

दिसंबर...

24 दिसंबर क्रिसमिस ईवे

25 दिसंबर क्रिसमस



यह भी पढ़ें.. बाबा वेगा की चौंकाने वाली भविष्यवाणी 2021 को लेकर









टिप्पणियाँ

बेनामी ने कहा…
Happy New year sir

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